बहुत से लोग उत्तराखंड में कितने जिले हैं और उनके नाम जानना चाहते है? तो इसका सरल जवाब है उत्तराखंड में हाल 2024 अनुसार 13 जिले है। यह राज्य छोटा होने के कारण यहां जिले एवं लोगो की संख्या भी कम है।
प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर उत्तराखंड को लोग पहले से देवताओ की भूमि मानते है। क्यों की यहां बहुत से पौराणिक एवं धार्मिक स्थल और हिन्दू देवी-देवताओ के मंदिर है। उत्तराखंड को पहले उत्तरांचल कहा जाता था, जो की इसका पुराना नाम है।
यदि आप पर्यटन के लिए उत्तराखंड जाना चाहते है तो Uttarakhand Me Kitne Jile Hai? यह जान लेना जरूरी है। उत्तराखंड भारत के उत्तर में स्थित है। इसी कारण इस राज्य का नाम उत्तराखंड रखा गया है।
उत्तराखंड में कितने जिले हैं उनके नाम
भारतीय राज्य उत्तराखंड की स्थापना 9 नवंबर 2000 को हुई थी। साल 2000 से लेकर 2007 तक इसे उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था। फिर इस राज्य का नाम बदल कर उत्तराखंड किया गया।
जब इस राज्य की स्थापना हुई थी तब यहां केवल 13 जिले थे। मगर वर्तमान साल 2024 के दौरान कुल 4 नए जिलों के साथ कुल 17 जिले बनने की संभावना है। जिनकी नाम और मुख्यालय सहित पूरी जानकारी निचे दी है।
क्रमांक | जिले का नाम | कुल जनसंख्या |
1. | चमोली | 413,800 |
2. | उत्तरकाशी | 369,200 |
3. | पिथौरागढ़ | 505,300 |
4. | पौढ़ी गढ़वाल | 677,700 |
5. | टिहरी गढ़वाल | 633,200 |
6. | नैनीताल | 1,326,901 |
7. | देहरादून | 992,000 |
8. | अल्मोड़ा | 865,284 |
9. | उधम सिंह नगर | 2,176,551 |
10. | हरिद्वार | 693,094 |
11. | बागेश्वर | 270,600 |
12. | रुद्रप्रयाग | 336,77 |
13. | चंपावत | 342,736 |
14. | डीडीहट | 102,926 |
15. | कोटद्वार | 224,297 |
16. | रानीखेत | 322,408 |
17. | हरिद्वार | 693,094 |
नोट : फ़िलहाल 2024 अनुसार उत्तराखंड में कुल 13 जिले है। इसमें 4 जिले प्रस्तावित की स्थिति में है, यदि प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो कुल जिले 17 हो जायेगे।
उत्तराखंड के सभी जिलों का क्षेत्रफल
कुदरती खूबसूरती से भरपूर यह राज्य पर्यटन के लिए मशहूर है। इस राज्य का कुल क्षेत्रफल 53,483 किलो मीटर है। क्षेत्रफल की दृष्टि से चमोली राज्य का सबसे बड़ा जिला है।
क्षेत्रफल से यहां का सबसे छोटा जिला चंपावत है। यदि जनसंख्या से देखा जाए तो यहां सबसे कम आबादी रुद्रप्रयाग जिले में है। साथ ही सबसे ज़्यादा आबादी हरिद्वार जिले में देखने मिलती है।
जिले का नाम | कुल क्षेत्रफल |
चमोली | 8,030 किमी |
उत्तरकाशी | 8,016 किमी |
पिथौरागढ़ | 7,110 किमी |
पौढ़ी गढ़वाल | 5,329 किमी |
टिहरी गढ़वाल | 4,080 किमी |
नैनीताल | 3,860 किमी |
देहरादून | 3,088 किमी |
अल्मोड़ा | 3,082 किमी |
उधम सिंह नगर | 2,912 किमी |
हरिद्वार | 2,360 किमी |
बागेश्वर | 2,302 किमी |
रुद्रप्रयाग | 1,984 किमी |
चंपावत | 1,766 किमी |
डीडीहट | 801 किमी |
कोटद्वार | 1,426 किमी |
रानीखेत | 1397 किमी |
यमुनोत्री | 2839 किमी |
उत्तराखंड का साक्षरता दर कितना है
साक्षरता की दृष्टि से देखा जाए तो उत्तराखंड देश में 17 वें स्थान पर है। यहां का कुल साक्षरता दर 78.82 प्रतिशत है। राज्य का पुरुष साक्षरता दर 87.4 % और महिला साक्षरता दर 70 % है।
समय के साथ यहां के साक्षरता दर में अच्छे सुधार देखने मिले है। यहां का सबसे ज़्यादा साक्षरता दर वाला जिला देहरादून है। कम साक्षरता दर यहां के उधमसिंघ नगर में है।
जिले का नाम | कुल साक्षरता दर | पुरुष साक्षरता दर | महिला साक्षरता दर |
चमोली | 91.99 % | 95.63 % | 87.20 % |
उत्तरकाशी | 88.72 % | 94.84 % | 81.46 % |
पिथौरागढ़ | 91.97 % | 94.87 % | 88.88 % |
पौढ़ी गढ़वाल | 83 % | 93 % | 73 % |
टिहरी गढ़वाल | 74.73 % | 76.31% | 56.27% |
नैनीताल | 85.26% | 88.82% | 81.37% |
देहरादून | 88.36 % | 91.76 % | 84.63 % |
अल्मोड़ा | 94.35 % | 97.16 % | 91.03 % |
उधम सिंह नगर | 70.01% | 87.4% | 78.82% |
हरिद्वार | 75 % | 82 % | 66 % |
बागेश्वर | 90.74 % | 95.12 % | 86.06 % |
रुद्रप्रयाग | 93.43 % | 94.00 % | 84.23 % |
चंपावत | 82.65 % | 88.26 % | 76.40 % |
डीडीहट | 82.82%. | 95.2% | 86.44% |
कोटद्वार | 87.11%. | 86.3% | 82% |
रानीखेत | 95.24 % | 97.79 % | 91.18 % |
यमुनोत्री | 75.98% | 71.99% | 67.77 % |
उत्तराखंड में कितने प्रमंडल है
हर राज्य में व्यवस्था के लिए प्रमंडल बनाए जाते है। उत्तराखंड में भी ऐसे प्रमंडल की व्यवस्था की गयी है। हाल उत्तराखंड में कुल 2 जितने प्रमंडल है।
प्रमंडल का नाम | शामिल जिलों के नाम |
कुमाऊ मंडल | अल्मोड़ा, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर |
गढ़वाल मंडल | देहरादून, रानीखेत, यमुनोत्री, पौढ़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार |
उत्तराखंड के राजकीय प्रतिक
पर्यटन के लिए खास जाने जाते उत्तराखंड के कुछ राष्ट्रिय प्रतिक है। जिसकी संपूर्ण जानकारी हमने निचे दर्शाई है।
- राजकीय पुष्प : भ्र्म्ह कमल
- राजकीय पक्षी : मयूर
- राजकीय पशु : कस्तूरी मुर्ग
- राजकीय वृक्ष : बुरांश
- राजकीय चिन्ह : तीन पर्वतीय चोटिया
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उत्तराखंड के महत्वपूर्ण जिलों की जानकारी
भारत में कही ऐसे राज्य है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते है। उनमे से ही एक है उत्तराखंड जहा की खूबसूरती हर वर्ष लाखो प्रवासियों का आकर्षण बनती है।
(1) देहरादून
- भारत के सबसे खूबसूरत शहरो की लिस्ट में शामिल देहरदून उत्तराखंड की राजधानी है।
- उत्तराखंड के बड़े नेता एवं कही सरकारी अफसरों की ऑफिस यहां पर स्थित है।
- यहां तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग, सर्वे ऑफ इंडिया, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान भी मौजूद है।
- हिंदी में देहरा का अर्थ देवग्रह अथवा देवालय होता है, जिस पर से देहरादून नाम पड़ा है।
- पौराणिक कथाओ में देहरादून का एक गौरवशाली इतिहास रह चूका है।
(2) हरिद्वार
- हरिद्वार हिन्दुओ का प्रमुख तीर्थस्थल एवं एक पवित्र नगर है, जहा पर भारतभर में से लोग दर्शन के लिए आते है।
- यहां हर बार बरी बरी से महाकुम्भ का आयोजन होता है, जिसके चलते देशभर में से लोग इधर आते है।
- हर की पौड़ी’ हरिद्वार का सबसे पवित्र घाट माना जाता है, कहा जाता है की यहां स्नान करने से मोक्ष प्राप्त होता है।
- हरिद्वार को हरी मतलब भगवान की तरफ जाने वाला द्वार भी कहा जाता है।
- यहां के पर्यटन स्थलों में से एक है दिव्य कल्पवृक्ष जिसे लेकर लोगो में कही मान्यताए है।
(3) नैनीताल
- नैनीताल हिमालय की कुमाऊँ पहाडि़यों की तलहटी में स्थित एक नगर है।
- नैनीताल की घाटी में नाशपाती के आकार की एक झील है जो नैनी झील के नाम से जानी जाती है।
- नैनीताल में समशीतोष्ण तामपान रहता है, जिस कारण आप यहां किसी भी मौसम में जा सकते है।
- यहां के पर्यटन में आपको कही पौराणिक गुफाए एवं मंदिर देखने मिलेंगे।
(4) उत्तरकाशी
- उत्तरकाशी भारत के उत्तराखंड में स्थित एक पवित्र नगर है, जिसे लोग हिन्दू तीर्थस्थल के रूप में भी जानते है।
- उत्तरकाशी शहर हमे राष्ट्रीय राजमार्ग 34 से भी जोड़ता है, यह जिला प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है।
- यहां की खास बात यह है की उत्तरकाशी के अधिकांश रेस्टोरेंटों में शाकाहारी खाना ही मिलता है।
- यह शहर भागीरथी नदी के किनारे पर 1158 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है।
- यहां बहुत से प्राचीन मंदिर, नदिया, झीले एवं जंगल भी देखने मिलते है।
(5) पौढ़ी गढ़वाल
- पहले के समय में पौढ़ी गढ़वाल और चमोली जिला एक था, मगर आज़ादी के बाद साल 1960 में इन दोनों जिलों को अलग किया गया।
- इस शहर का वातावरण पुरे साल हर मौसम में अच्छा और सुहाना रहता है।
- यहां भैरव नाथ का मंदिर, बिनसर महादेव, खिर्सू, लाल टिब्बा, ताराकुण्ड, ज्वाल्पा देवी मन्दिर और नील कंठ महादेव जैसी मनमोहक पर्यटन स्थल है।
- पोधी गढ़वाल जिले में कुल 72 जितने गांव बसे है, जो प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है।
(6) यमुनोत्री
- उत्तराखंड में बने सभी नए जिलों में से एक है यमुनोत्री, जो खास कर प्राकृतिक तीर्थस्थल के रूप में मशहूर है।
- यह जिला समुद्र तल से 3235 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहा खूबसूरत घने जंगल भी मौजूद है।
- यमुनोत्री में एक मुख्य देवी मंदिर है, जहा पर नदियों की देवी यमुना की पूजा की जाती है।
- इस मंदिर का निर्माण 1919 में टिहरी गढ़वाल के महाराजा प्रतापशाह ने करवाया था।
- उत्तराखंड में मौजूद चार धाम तीर्थ यात्रा के स्थलों में से एक यमुनोत्री है।
(7) चंपावत
- पुरातन काल की राजकुमारी चंपावती के नाम से यह नगर का नाम चंपावत रखा गया था।
- चंपावत नगर कही सालों तक कुमाऊं के शासकों की राजधानी रहा है।
- चंपावत जिले के मौराड़ी गांव में स्थित शनि देव का मंदिर पुरे भारत भर में प्रचलित है।
- इस जिले का अब्बोट माउंट बहुत ही खूबसूरत जगह है। जो लोगो की खास पसंद है।
- इस ऐतिहासिक जिले में लोहाघाट नाम की एक मनमोहक जगह भी है।
(8) उधम सिंह नगर
- इतिहासकारो के मुताबिक उधम सिंह नगर का नाम पहले रूद्रपुर था।
- फिर जनरल डायर को मारने वाले सरदार उधम सिंह के नाम पर इस शहर का नाम पड़ा था।
- सरकार द्वारा अक्टूबर 1995 में श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उत्तराखंड इस जिले का नाम उधम सिंह नगर रखा गया।
- इस जिले का कुल क्षेत्रफल 2542 वर्ग किलो मीटर जितना है।
(9) रुद्रप्रयाग
- रुद्रप्रयाग जिला 16 सितंबर 1997 के दिन बना था, यहां अलकनंदा नदी के पांच संगम में से एक है।
- यह जिला मंदाकिनी नदी के किनारे पर स्थित है, हिन्दू तीर्थस्थल केदारनाथ यहां से 86 किमी दूर है।
- इतिहासकारो अनुसार भगवान शिव के नाम पर रूद्रप्रयाग का नाम रखा गया है।
- यह समुद्र तल से 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
(10) अल्मोड़ा
- उत्तराखंड राज्य द्वारा अल्मोड़ा को 1816 में जिला घोषित किया गया था।
- अल्मोड़ा भारत के उत्तराखंड राज्य का एक नगरपालिका और छावनी नगर है।
- अल्मोड़ा शहर समुद्र तल से 1,638 मीटर ऊपर है।
- यहां की सांस्कृतिक विरासत, हस्तशिल्प और जायकेदार भोजन हर साल पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है।
सवाल-जवाब (FAQ)
भारतीय राज्य उत्तराखंड के जिलों को लेकर लोगो में कही सवाल है। जिनमे से मुख्य सवालों के जवाब हमने यहां दर्शाए है।
(1) उत्तराखंड में कितने जिले है और उनके नाम बताइये?
उत्तराखंड में कुल 17 जिले है, जिनके नाम सहित संपूर्ण जानकारी ऊपर दर्शाई है।
(2) उत्तराखंड का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
चमोली ज़िला क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा जिला है।
(3) उत्तराखंड में कुल कितने प्रसाशन मंडल है?
वर्तमान उत्तराखंड में केवल 2 ही प्रसाशन मंडल है।
(4) उत्तराखंड का सबसे पुराना जिला कौन सा है?
उत्तराखंड का सबसे प्राचीनतम नगर अल्मोड़ा है, जो पहले कातुरी राजा बालिकदेव के कब्जे में था।
(5) उत्तराखंड में सबसे सुंदर जिला कौन सा है?
वैसे तो उत्तराखंड के सभी जिले बहुत खूबसूरत है, लेकिन पर्यटन की दृष्टि से सब नैनीताल को सबसे ज़्यादा लोग पसंद करते है।
आशा करती हु उत्तराखंड के जिलों की पूरी जानकारी देने में सफल रही हु। मिलते है अपनी नेक्स्ट पोस्ट में तब तक टेक केयर।